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डॉक्टर बनने की चाहत क्या आपको डॉक्टर बना सकती है? जी हा! कैसे

मैंने कई साल पहले ऑस्ट्रेलिया के एक किशोर के साथ काम किया था। यह किशोर डॉक्टर और सर्जन बनना चाहता था, लेकिन उसके पास पैसा नहीं था; न ही उसने हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की थी। ख़र्च निकालने के लिए वह डॉक्टरों के ऑफिस साफ करता था, खिड़‌कियाँ धोता था और मरम्मत के छुटपुट काम करता था।  उसने मुझे बताया कि हर रात जब वह सोने जाता था, तो वह दीवार पर टंगे डॉक्टर के डिप्लोमा का चित्र देखता था, जिसमें उसका नाम बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था। वह जहाँ काम करता था, वहाँ वह डिप्लोमाओं को साफ करता और चमकाता था, इसलिए उसे मन में डिप्लोमा की तस्वीर देखना या उसकी कल्पना करना मुश्किल नहीं था। मैं नहीं जानता कि उसने इस तस्वीर को देखना कितने समय तक जारी रखा, लेकिन उसने यह कुछ महीनों तक किया होगा। जब वह लगन से जुटा रहा, तो परिणाम मिले। एक डॉक्टर इस लड़के को बहुत पसंद करने लगा। उस डॉक्टर ने उसे औज़ारों को कीटाणुरहित करने, इंजेक्शन लगाने और प्राथमिक चिकित्सा के दूसरे कामों की कला का प्रशिक्षण दिया। वह किशोर उस डॉक्टर के ऑफिस में तकनीकी सहयोगी बन गया। डॉक्टर ने उसे अपने खर्च पर हाई स्कूल और बाद में कॉलेज भी भेजा। आज

गुणों को विकसित करने की कला

लीडर्स कभी विकास करना नहीं छोड़ते। वास्तव में कुछ दशकों में लीडर्स पर किए गए सबसे वृहद् अध्ययनों में से एक में हमने यह पाया है कि सच्चे लीडर्स में विकास करने और आरामदेह दायरे में ना गिरने की क्षमता होती है। वे आजीवन विद्यार्थी होते हैं। पढ़ना और अध्ययन करना और कोर्स करना नेतृत्व के गुण विकसित करने की कुंजी है। पढ़ना, अध्ययन करना  सभी लीडर पाठक होते हैं, हालाँकि उन पर हमेशा काम का बोझ रहता है, लेकिन वे कभी नई जानकारी ग्रहण करना नहीं छोड़ते हैं। वे कारोबारी पुस्तकें और पत्रिकाएँ पढ़ना या सम्मेलनों में जाना, विचार-विमर्श करना और नवीनतम जानकारी सीखना कभी बंद नहीं करते हैं। जॉर्ज वॉशिंगटन एक मध्यवर्गीय परिवार में पैदा हुए थे, जिनके पास ज्यादा सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन अंततः वे अमेरिकी सेना के सेनापति और अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने। अमेरिका की स्थापना के तूफानी दौर में भी वॉशिंगटन हमेशा अपने शालीन व्यवहार और शिष्ट अंदाज़ के लिए मशहूर थे। बहुत कम लोगों को यह पता है कि किशोरावस्था में उन्होंने एक पुस्तक पढ़ी थी, जिसने उनके लंबे जीवनकाल में उनके व्यवहार का मार्गदर्शन किया। इस पुस्तक का शीर