अक्सर हमारी दिनचर्या इस तरह की होती है कि हमारे सामने जो काम आता है, हम उसे करने लग जाते हैं और इस वजह से हमारा सारा समय छोटे-छोटे कामों को निबटाने में ही चला जाता है। हमारे महत्वपूर्ण काम सिर्फ़ इसलिए नहीं हो पाते, क्योंकि हम महत्वहीन कामों में उलझे रहते हैं। महत्वाकांक्षी व्यक्ति को इस बारे में सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि सफलता पाने के लिए यह आवश्यक है कि महत्वपूर्ण काम पहले किए जाएँ। हमेशा याद रखें कि सफलता महत्वहीन नहीं, बल्कि महत्वपूर्ण कामों से मिलती है, इसलिए अपनी प्राथमिकताएँ स्पष्ट रखें और अपना समय महत्वहीन कामों में न गँवाएँ। इसलिए समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग का तीसरा सिद्धांत है : सबसे महत्वपूर्ण काम सबसे पहले करें। समय के संबंध में अपनी प्राथमिकताएँ तय करने का एक उदाहरण देखें। 'एक मशहूर संगीतज्ञ जब वायलिन बजाना सीख रही थीं, तो उन्होंने पाया कि उनकी प्रगति संतोषजनक नहीं है। कारण खोजने पर उन्हें पता चला कि संगीत का अभ्यास करने से पहले घर साफ़ करने, सामान व्यवस्थित करने, खाना पकाने आदि कार्यों में उनका बहुत समय लग जाता है, इसलिए उन्हें वायलिन के अभ्यास के लिए कम समय मिल पाता ह
एप्पल व पिक्सर के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने व्यक्तिगत कंप्यूटर अर्थात पीसी का आविष्कार किया था, उन्होंने आईपॉड नामक ऐसे संगीत वादक अर्थात म्यूजिक प्लेयर की रचना की थी, जिसने विश्व संगीत उद्योग को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया, और आईपॉड ने आईफोन के विकास का रास्ता साफ कर दिया।
स्टीव जॉब्स ने आईफोन में मोबाइल फोन व कंप्यूटर की विशेषताओं को समाहित कर सूचना प्रौद्योगिकी की संपूर्ण शक्तियों को जनसाधारण की मुट्ठी में लाकर रख दिया, एप्पल में दोबारा वापस आने से पहले स्टीव जॉब्स ने पिक्सर एनीमेशन स्टूडियो के साथ कंप्यूटर एनिमेशन क्षेत्र में प्रवेश किया था और टॉय स्टोरी जैसी उच्च गुणवत्ता की जीवन चरित्र एनिमेटेड पिक्चर फिल्म की रचना की थी।
उद्योग जगत की महारथी द वाल्ट डिजनी कंपनी ने पिक्सर को 7.4 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर खरीदा था, स्टीव जॉब्स के जीवन का अंतिम नवाचार टेबलेट कंप्यूटर आईपेड था, जिसके माध्यम से उसने बहुत हद तक व्यक्तिगत कंप्यूटर की आवश्यकता को ही खत्म कर दिया, वास्तव में स्टीव जॉब्स आईपैड के रूप में एक ऐसे उपकरण की रचना करना चाहता था, जो विश्व की सभी प्रकार की जानकारियों के साथ अपने छोटे से पर्दे पर मस्तिष्क की प्रोसेसिंग पावर का विस्तार कर सकें।
प्रौद्योगिकी उद्योग में स्टीव जॉब्स एक ऐसा व्यक्ति था, जो अपने ही उत्पादों की हत्या करने में तनिक भी नहीं डरता था, स्टीव जॉब्स की करिश्माई नेतृत्व व निगरानी में एप्पल इतिहास के सबसे अधिक सफल कंपनियों में से गिना जाने लगा था।
स्टीव जॉब्स वर्तमान की बजाय भविष्य की आवश्यकताओं व चुनौतियों पर अपना ध्यान केंद्रित कर पाने में सक्षम व सफल था, आध्यात्मिक तीव्रता ने स्टीव जॉब्स को बिल्कुल नई प्रकार की ऐसी चीजों की कल्पना करने के लिए बनाया था, जो दूसरे लोग नहीं देख सकते थे, जब स्टीव जॉब्स किसी नए उत्पाद का शुभारंभ करता था, तो प्रौद्योगिकी समीक्षक सारी सीमाएं तोड़ कर उसकी प्रशंसा करते हुए नहीं थकते थे, और उसे सबसे पहले हासिल करने के लिए एप्पल स्टोर्स के सामने रात में उपभोक्ताओं की लंबी लंबी कतारें लगती थी, यह सब स्टीव जॉब्स का ही जादू था, जिसकी और लोग खींचे चले आते थे।
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