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कौन सा काम महत्वपूर्ण है, कौन सा काम अनिवार्य है, कौन सा काम सामान्य है

अक्सर हमारी दिनचर्या इस तरह की होती है कि हमारे सामने जो काम आता है, हम उसे करने लग जाते हैं और इस वजह से हमारा सारा समय छोटे-छोटे कामों को निबटाने में ही चला जाता है। हमारे महत्वपूर्ण काम सिर्फ़ इसलिए नहीं हो पाते, क्योंकि हम महत्वहीन कामों में उलझे रहते हैं। महत्वाकांक्षी व्यक्ति को इस बारे में सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि सफलता पाने के लिए यह आवश्यक है कि महत्वपूर्ण काम पहले किए जाएँ। हमेशा याद रखें कि सफलता महत्वहीन नहीं, बल्कि महत्वपूर्ण कामों से मिलती है, इसलिए अपनी प्राथमिकताएँ स्पष्ट रखें और अपना समय महत्वहीन कामों में न गँवाएँ। इसलिए समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग का तीसरा सिद्धांत है : सबसे महत्वपूर्ण काम सबसे पहले करें। समय के संबंध में अपनी प्राथमिकताएँ तय करने का एक उदाहरण देखें। 'एक मशहूर संगीतज्ञ जब वायलिन बजाना सीख रही थीं, तो उन्होंने पाया कि उनकी प्रगति संतोषजनक नहीं है। कारण खोजने पर उन्हें पता चला कि संगीत का अभ्यास करने से पहले घर साफ़ करने, सामान व्यवस्थित करने, खाना पकाने आदि कार्यों में उनका बहुत समय लग जाता है, इसलिए उन्हें वायलिन के अभ्यास के लिए कम समय मिल पाता ह

सफलता का राज

जीवन में सफल होने के लिए सफल लोगों ने कुछ ऐसे रहस्यों को अपनाया है जो उन्हें जीवन में सफल बनाने में अहम भूमिका निभाते है उनमें से कुछ ऐसे 25 रहस्य हैं जो आपको सफलता की ओर ले जाएंगे :

1. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आ रहे हैं फर्क तो इस बात से पड़ता है कि आप कहां जा रहे हैं और आप कहां जा रहे हैं यह सिर्फ आप और आपके विचार ही तय करते हैं।

2. स्पष्ट लक्ष्य होने पर आपका आत्मविश्वास बढ़ता है आपकी क्षमता का विकास होता है और आप की प्रेरणा का स्तर ऊंचा होता है।

3. आपके जीवन की हर चीज किसी विचार, इच्छा, आशा या सपने के रूप में शुरू हुई थी या आपके दिमाग में या फिर किसी और के दिमाग में।

4. आपके विचार रचनात्मक होते हैं वे आपकी दुनिया और आपके साथ होने वाली हर चीज को आकार देते हैं।

5. आप जिसके बारे में ज्यादातर वक्त सोचते हैं वही बन जाते हैं।

6. प्रकृति आपके लक्ष्यों के आकार के बारे में परवाह नहीं करती, अगर आप छोटे लक्ष्य तय करते हैं तो आपका स्वचालित लक्ष्य प्राप्ति तंत्र आपको छोटे लक्ष्य हासिल करने में समर्थ बनाएगा, अगर आप बड़े लक्ष्य तय करते हैं तो यह नैसर्गिक क्षमता आपको बड़े लक्ष्य हासिल करने में समर्थ बनाएगी, आपके लक्ष्यों का आकार, प्रकार और विवरण पूरी तरह आप पर निर्भर करता है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप ज्यादातर वक्त किस चीज के बारे में सोचने का चुनाव करते हैं।

7. लक्ष्य आपको अर्थ और उद्देश्य दोनों का एहसास दिलाते हैं।

8. लक्ष्य आपको दिशा का एहसास दिलाता है।

9. आप अपने लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ते वक्त आप ज्यादा खुश और शक्तिशाली महसूस करते हैं।

10. आम इंसान सिर्फ अपनी 10 प्रतिशत क्षमता का ही इस्तेमाल करता है।

11. आम आदमी अपनी सिर्फ 2 प्रतिशत मानसिक क्षमता का ही इस्तेमाल करता है बाकी 98 प्रतिशत मानसिक क्षमता रिजर्व रहती है।

12. सफलता के लिए आपको यह पक्का पता होना चाहिए कि आप क्या चाहते हैं क्योंकि ज्यादातर लोग यह बात कभी पता कर ही नहीं पाते, और आपको वह कीमत तय कर लेनी चाहिए जो आप अपनी मनचाही चीज को पाने के लिए चुकाना चाहते हैं और फिर आपको वह कीमत चुकाने में जुट जाना चाहिए।

13. आप खुशी पाने में सफल हो या असफल खुशी हमेशा आपका अंतिम लक्ष्य होती है।

14. लक्ष्य तय करना, हर दिन उनकी दिशा में काम करना और अंततः उन्हें हासिल करना जिंदगी में खुशी की कुंजी है।

15. मेरी जिंदगी में किसी चीज को बदलना है तो वह सिर्फ मुझ पर निर्भर करता है अगर मैं इसे नहीं बदलूंगा तो कोई भी नहीं बदलेगा इसके लिए मैं ही जिम्मेदार हूं। 

16. जब आप अपनी जिंदगी की पूरी जिम्मेदारी स्वीकार कर लेते हैं तो आप बचपन छोड़कर व्यस्क बनने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा लेते हैं दुखद बात यह है कि ज्यादातर लोग यह काम कभी नहीं कर पाते।

17. नकारात्मक भावनाएं सफलता और खुशी की सबसे बड़ी शत्रु है, नकारात्मक भावनाएं आपको नीचे रोके रखती हैं आपको थका डालती हैं और आपकी जिंदगी की सारी खुशी चूस लेती है अगर आप वाकई खुश और सफल होना चाहते हैं तो नकारात्मक भावनाओं से मुक्त होना आपका एक महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए।

18. खुद को सही साबित करने का प्रयास कभी न करें।

19. किसी बुरे काम को सामाजिक दृष्टि से अच्छा साबित करने का प्रयत्न न करें।

20. अति चिंता या अति संवेदनशीलता की भावना से दूर रहना।

21. अपनी समस्याओं के लिए दूसरों को दोष देने की प्रवृत्ति ही नकारात्मक भावना है।

22. जब आप किसी जिम्मेदारी को पूर्णता से स्वीकार कर लेते हैं तो आप में नकारात्मकता की भावना समाप्त हो जाती है।

23. जब आप मानसिक और भावनात्मक रूप से आजाद होते हैं तभी आप अपनी ऊर्जा और उत्साह को आगे की दिशा में ले जा सकते हैं।

24. पूर्ण व्यक्तिगत जिम्मेदारी स्वीकार किए बिना प्रगति संभव नहीं है।

25. कोई भी आपकी सहमति के बिना आपको हीन महसूस नहीं करा सकता।

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