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कौन सा काम महत्वपूर्ण है, कौन सा काम अनिवार्य है, कौन सा काम सामान्य है

अक्सर हमारी दिनचर्या इस तरह की होती है कि हमारे सामने जो काम आता है, हम उसे करने लग जाते हैं और इस वजह से हमारा सारा समय छोटे-छोटे कामों को निबटाने में ही चला जाता है। हमारे महत्वपूर्ण काम सिर्फ़ इसलिए नहीं हो पाते, क्योंकि हम महत्वहीन कामों में उलझे रहते हैं। महत्वाकांक्षी व्यक्ति को इस बारे में सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि सफलता पाने के लिए यह आवश्यक है कि महत्वपूर्ण काम पहले किए जाएँ। हमेशा याद रखें कि सफलता महत्वहीन नहीं, बल्कि महत्वपूर्ण कामों से मिलती है, इसलिए अपनी प्राथमिकताएँ स्पष्ट रखें और अपना समय महत्वहीन कामों में न गँवाएँ। इसलिए समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग का तीसरा सिद्धांत है : सबसे महत्वपूर्ण काम सबसे पहले करें। समय के संबंध में अपनी प्राथमिकताएँ तय करने का एक उदाहरण देखें। 'एक मशहूर संगीतज्ञ जब वायलिन बजाना सीख रही थीं, तो उन्होंने पाया कि उनकी प्रगति संतोषजनक नहीं है। कारण खोजने पर उन्हें पता चला कि संगीत का अभ्यास करने से पहले घर साफ़ करने, सामान व्यवस्थित करने, खाना पकाने आदि कार्यों में उनका बहुत समय लग जाता है, इसलिए उन्हें वायलिन के अभ्यास के लिए कम समय मिल पाता ह

अविश्वसनीय साइबरनेटिक मैकेनिज्म का एक ऐसा उदाहरण जो आपका जीवन बदल दे

लक्ष्य केंद्रित हुनर एक ऐसा हुनर है जिसे आप साइबरनेटिक मैकेनिज्म कह सकते हैं जो अविश्वसनीय है आप एक पत्रवाहक कबूतर को उसके बसेरे से बाहर निकाल कर एक पिंजरे में रखते हैं और उस पिज़रे पर कंबल ढक कर एक बक्से में पैक कर देते हैं और फिर उस बक्से को एक बंद ट्रक में रख देते हैं,आप किसी भी दिशा में हजार मिल दूर चले जाए और उसके बाद अपना ट्रक खोलें बक्सा बाहर निकाले, कंबल हटाए और कबूतर को पिंजरे से बाहर निकाल दें, वह फौरन हवा में उड़ जाएगा, तीन चक्कर लगाएगा और फिर बिना किसी गलती के एक हजार मील दूर स्थित अपने बसेरे की तरफ चल देगा, दुनिया के किसी भी अन्य प्राणी के पास यह अविश्वसनीय साइबरनेटिक, लक्ष्य केंद्रित हुनर नहीं होता है सिवाय इंसान के।

आपमें भी लक्ष्य हासिल करने की वही योग्यता है जो पत्रवाहक कबूतर में है दरअसल आपमें एक और अद्भुत चीज है जब आपका लक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट होता है तो आपको यह पता करने की भी जरूरत नहीं है कि यह कहां है या इसे कैसे हासिल करना है। 

प्रकृति आपके लक्ष्य के आकार के बारे में परवाह नहीं करती अगर आप छोटे लक्ष्य तय करते हैं तो आपका स्वचालित लक्ष्य प्राप्ति तंत्र आपको छोटे लक्ष्य हासिल करने में समर्थ बनाएगा अगर आप बड़े लक्ष्य तय करते हैं तो यह नैसर्गिक क्षमता आपको बड़े लक्ष्य हासिल करने में समर्थ बनाएगी आपके लक्ष्यों का आकार प्रकार और विवरण पूरी तरह आप पर निर्भर करता है इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप ज्यादातर वक्त किस चीज के बारे में सोचने का चुनाव करते हैं।

आपकी मस्तिष्क की गहराई में स्थित इस अविश्वसनीय साइबरनेटिक मेकैनिज्म की वजह से आप लगभग हमेशा अपने लक्ष्य हासिल कर लेते हैं चाहे वे जो भी हो, अगर आपका लक्ष्य रात को घर आकर टीवी देखना है तो आप लगभग हमेशा इसे पा लेंगे अगर आपका लक्ष्य सेहद खुशी और दौलत से भरी अदभुत जिंदगी जीना है तो आप इसे भी पा लेंगे, ठीक कंप्यूटर की तरह ही आपका लक्ष्य खोजने वाला मैकेनिज्म भी अपनी तरह से कोई निर्णय नहीं लेता है यह स्वचालित होता है और आपकी मनचाही चीज को लगातार आपकी और लाता है चाहे वो जो भी हो।

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